मैं नहीं जानता कि इस बच्चे के माता पिता कौन हैं । मुझे ये बच्चा नदी किनारे भूख प्यास से तड़पता मिला । यदि में इसे नही लाता तो शायद यह काल का ग्रास बन जाता । हालांकि मैंने वहां बहुत देर तक इसके माता-पिता को ढूंढ़ा परंतु मुझे वहां कोई नहीं मिला तब मैं ये सोचकर कि शायद भगवान ने इसे हमारे लिए ही भेजा होगा । मैं इसे अपने साथ ले आया
तो क्या मोहन ने तुम्हें नहीं बताया कि वो इसी गांव का रहने वाला है ? अच्छा तो अब समझ में आया कि आखिर तुम्हारे मिलने के बाद उसने ये गांव क्यूं छोड़ दिया ?
जब मुझे जन्म देने वाले, मुझे नदी किनारे मरने के लिए छोड़ गए तब आप लोगों को भगवान ने मेरा सगा बनाकर भेजा परंतु आपने ऐसा कैसे सोच लिया कि मैं ये जानने के बाद कि मुझे आप लोगों ने नहीं बल्कि किसी और ने जन्म नही दिया है, मैं आप लोगों को छोड़कर चला जाऊंगा, बेशक आप लोगों ने मुझे जन्म नही दिया परंतु मुझे उंगली पकड़कर चलना आपने ही सिखाया, जीने का सही मार्ग सिखलाया, इस काबिल बनाया कि मैं अपने और पराए एवं सही और गलत में फर्क कर सकूं