Motivational Short Story of Sarita in Hindi
“पानी की टंकी भर गई है कृपया मोटर बंद कर ले”
“सरिता.. सरिता”
“सुबह-सुबह, ऐसे गला फाड़कर क्यों चिल्ला रहे हो जी”
(सरिता, अपने पति संतोष से कहती है)
“तुम्हे पता है ना कि कल रात मैं देर से सोया था तो तुम अपना मोबाइल साइलेंट भी कर सकती थी और ये तुमने कौन सा रिंगटोन लगा रखा है, पानी की टंकी भर गई है… ..”
सरिता हंसते हुए
“जनाब, पहली बात तो ये कि मेरा फोन किचन में है और दूसरी बात ये किसी फोन का रिंगटोन नहीं बल्कि शर्मा जी का अलार्म है”
संतोष “अलार्म, ये कैसा अलार्म”
सरिता “जी हां, शर्मा जी ने कल अपनी पानी की टंकी में अलार्म सेट कराया है जो टंकी भरते ही बज उठता है और इस प्रकार टंकी के भर जाने पर टंकी से गिरकर बर्बाद होने वाले पानी की बचत होगी”
संतोष “अरे वाह, ये शर्मा जी इतने जागरूक कब से हो गए कि वो पानी की बर्बादी के बारे में सोचने लगे । उनके वहां तो सारा दिन पानी, टंकी से यूं ही गिरता रहता है”
जी, तब बात कुछ और थी, तब शर्मा जी जुगाड़ से बिजली यूज़ किया करते थे परंतु जब से बिजली का मीटर घर के बाहर लगा है उनके सारे जुगाड़ फेल हो हो रहे हैं अभी पिछले महीने ही उनका पांच हजार का बिल आया है जिसे देखकर शर्मा जी को चक्कर आ गया था इसलिए उन्होंने पांच हजार के नुकसान से अच्छा ₹200 का अलार्म लगवाना ठीक समझा
(सरिता ने संतोष से कहा)
संतोष “अच्छा जी, तो शर्मा जी ने पानी को नहीं बल्कि अपने पैसों को मिस यूज होने से बचाने का जुगाड़ किया है”
सरिता “सही पकड़े हैं”
इसके साथ ही सरिता और संतोष जोर-जोर से हंसने लगते हैं ।
सरिता की कहानी से शिक्षा
दोस्तों लोग सार्वजनिक सुविधाएं जैसे बिजली, पानी इत्यादि का मिस यूज करने से जरा भी नहीं हिचकिचाते क्योंकि उन्हें इसमें सीधे तौर पर कोई नुकसान नजर नहीं आता परंतु ऐसा नहीं है दोस्तों इन सुविधाओं का मिस यूज करने से दो बड़े नुकसान तो आप साफ-साफ देख सकते हैं
1) इनके मिस यूज से और अधिक उत्पादन का दबाव बढ़ता है परिणामस्वरूप उत्पादन बढ़ने से खर्च भी बढ़ता है जिसकी भरपाई कहीं ना कहीं आप से ही की जाती है ।
2) इन सुविधाओं को उत्पन्न करने में ग्रीन गैसों (जैसे कार्बन डाइऑक्साइड) का उत्सर्जन बढ़ रहा है जिसके परिणामस्वरूप ओजोन परत का होल बढ़ता चला जा रहा है । दोस्तों ओजोन परत, सूर्य से आने वाली अल्ट्रावायलेट किरणों को पृथ्वी पर पहुंचने से रोकती है ।
ये अल्ट्रावायलेट किरणे हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक है परंतु यदि कार्बन गैसों का उत्सर्जन नहीं रुका तो ओजोन परत का होल और बढ़ता चला जाएगा जिसका परिणाम बुरा होगा यानी आपका एक गलत कदम ग्लोबल वार्मिंग को बढावा देकर दुनिया को मौत के मुंह ढकेल सकता है ।
दोस्तो, वेस्टेज चाहे किसी भी प्रकार का क्यूँ न हो परंतु उसका परिणाम हमेशा बुरा ही होता है इसीलिए वेस्टेज को कम करने की कोशिश करें और दूसरों को भी इसके लिए समझाएं ।