तुझे भूल भी गया हूं और भूला भी नहीं‌ - शायरी - करन‌ मिश्रा
तुझे भूल भी गया हूं और भूला भी नहीं‌ - शायरी

तुझे भूल भी गया हूं और भूला भी नहीं‌ | शायरी | करन‌ मिश्रा

ये सच तो है मगर पूरा सच नहीं,
तुझे भूल भी गया हूं और भूला भी नहीं।

तेरे बगैर जी को अब लगा लिया है मैंने,
जी लगा भी लिया है और जी कहीं लगा भी नहीं।

जबसे गए हो तन्हा मुझे छोड़कर यहां,
मैं जिंदा तो हूं बेशक पर जिंदा भी नहीं।

Ye Sach To Hai Magar Pura Sach Nahi,
Tujhe Bhul Bhi Gaya Hun Aur Bhula Bhi Nahi.

Tere Bagair Ji Ko Ab Laga Liya Hai Maine,
Ji Laga Bhi Liya Hai Aur Ji Kahi Laga Bhi Nahi.

Jabse Gaye Ho Tanha Mujhe Chhodkar Yahan,
Mai Jinda To Hun Beshak Par Jinda Bhi Nahi.

तुझे भूल भी गया हूं और भूला भी नहीं‌ - शायरी - करन‌ मिश्रा
तुझे भूल भी गया हूं और भूला भी नहीं‌ – शायरी



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Karan Mishra

करन मिश्रा को प्रारंभ से ही गीत संगीत में काफी रुचि रही है । आपको शायरी, कविताएं एवं‌‌ गीत लिखने का भी बहुत शौक है । आपको अपने निजी जीवन में मिले अनुभवों के आधार पर प्रेरणादायक विचार एवं कहानियां लिखना काफी पसंद है । करन अपनी कविताओं एवं विचारों के माध्यम से पाठको, विशेषकर युवाओं को प्रेरित करने का प्रयत्न करते हैं ।

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