भूमिका:
Essay On Aim Of My Life To Become A Successful Person
जो मारोगे वो पाओगे अर्थात चूहों का शिकार करके तुम कभी शेर नहीं बन सकते और यदि तुमने शेर को मार गिराया तो फिर चूहे तो चूहे, शेर भी तुमसे टकराने का जल्दी साहस नहीं करेंगे !
- यदि सफलता नहीं मिली तो क्या होगा ?
- तब क्या करेंगे ?
- तब कौन सा विकल्प चुनेंगे ?
- लोग क्या कहेंगे ?
- लोग हंसेंगे
दोस्तों मेरा शुरू से ही ये विचार रहा है कि ये जिंदगी बार-बार नहीं मिलती और इस जिंदगी में अवसर भी बार बार नहीं मिलते इसलिए यदि शिकार करना ही है तो क्यों ना शेर का किया जाए । यदि हम छोटे-छोटे लक्ष्य को हासिल करने में अपना गोल्डन टाइम लगा देंगे तो इस प्रकार हम स्वयं, ही खुद को बड़े मुकाबले से पीछे खींच लेंगे इसीलिए अपना लक्ष्य बस एक बार सेट करें एक ऐसा लक्ष्य जिस पाकर आपको सेटिस्फेक्शन मिले, चाहे वो लक्ष्य कितना भी कठिन क्यों ना हो क्योंकि आसान से लक्ष्य का चुनाव करके यदि उसे अचीव कर भी लिया जाए परंतु फिर भी हमें वो सेटिस्फेक्शन या वो खुशी ना मिले तो फिर ऐसे लक्ष्य को हासिल करने का क्या फायदा ।
- पहला जिसमें आपके बिल्कुल पास एक पानी से भरी ग्लास है परंतु ग्लास बहुत छोटी है यानि उसमें पानी भी कम होगा ।
- दूसरा जिसमे आप से बहुत दूर एक बड़ी ग्लास है जिसमें पर्याप्त पानी भरा हुआ है ।
निष्कर्ष:
अस्वीकरण:
“मेरे जीवन का लक्ष्य पर निबंध | My Aim in Life Essay in Hindi” आपको कैसी लगी, कृपया नीचे कमेंट के माध्यम से हमें बताएं । यदि लेख पसंद आया हो तो कृपया इसे Share जरूर करें !
• Best शायरी यहाँ पढें