दर्द भरी शायरी | Sad Shayari In Hindi
आए न तेरी याद .. .
उस बात को जमाने हुए, जब तेरे इश्क में हम फना थे ।
आए न तेरी फिर याद कभी, यही रब से दुआ करते हैं ।।
उन गलियों से गुजरे जमाने हुए, जहां मारे-मारे फिरा करते थे ।
आए न वो गलियां याद कभी, यही रब से दुआ करते हैं ।।
Karan “GirijaNandan” द्वारा प्रस्तुत
कईयों के नकाब उतर जाएंगे।
जो छुपे बैठें हैं, शराफत- ए-चिलमन मे
वो भी बेनकाब हो जाएंगे।
Poet :- “Karan “GirijaNandan”
गमे महफ़िल को अभी मत रोको ग़ालिब,
आधी-शराब बाकी है।
कुछ अपनी कहो, कुछ हमारी सुनो,
अभी तो आधी रात बाकी है।
Poet :- “Karan “GirijaNandan”
गुजरा हुआ, फिर वक्त लौट आए तो अच्छा,
पुराना कोई दोस्त मिल जाए तो अच्छा।
तन्हा ही रह गया हूं मैं इस हयात में
मासूका कोई दिल में घर बनाए तो अच्छा।
Poet :- “Karan “GirijaNandan”
यूं ही जिक्र नहीं होता,
इश्क का जमाने में।
कई आशियाने लुट गए,
एक आशियाना बसाने में।
Poet :- “Karan “GirijaNandan”
इश्क-ए-आशियाने मैं न जाने,कितने जहां बर्बाद हो गए
कुछ इश्क-ए-वफा मैं,
यूं ही जलते रहे
कुछ जल जल के खाक हो गए।
Poet :- “Karan “GirijaNandan”
तेरे जाने के बाद,
तेरी यादों के निशा मैं आज भी ढूढता हूं
तेरी कदमों की आहट
तेरी पायल की खनखन, मैं आज भी ढूंढता हूं।
Poet :- “Karan “GirijaNandan”
तेरे जज्बातो की कदर नही की मैने
तुने मुझसे मुहब्बत बेइंतहा की
मै आज भी कब्र मे जिंदा हुँ
मैने तुझसे मुहब्बत क्यो नही की…
Poet :- “Prabhakar”
ये दुआ करुगा यार मेरे
तेरे जाने से गम की यु बरसात हुई
हार गई तक़दीर,
जिसे गिरती हथेलियों पे हर वक्त देखता हूँ
हमदर्द थे बड़े वो हमारे
मरने के बाद उनका पैगाम तक नही आया
अब और इंतजार नही होता है मेहबूब मेरे
कैसे भूल जाऊ तुझको