यूं जल के बुझ जाना अच्छा नहीं लगता,| शायरी | करन मिश्रा
यूं जल के बुझ जाना अच्छा नहीं लगता,| शायरी | करन मिश्रा

यूं जल के बुझ जाना अच्छा नहीं लगता | शायरी | करन मिश्रा

यूं जल के बुझ जाना अच्छा नहीं लगता,
कहकर मुकर जाना अच्छा नहीं लगता.
किसी पल हाँ किसी पल ना अदा अच्छी है ये लेकिन,
यूं दिल को भरमाना अच्छा नहीं लगता.

यूं दिल को सताना अच्छा नहीं लगता,
यूं दिल को तड़पाना अच्छा नहीं लगता.
जो खेलते हो यूं मेरे इस दिल से तुम हरदम
यूं दिल को रुलाना अच्छा नहीं लगता,

Yun Jal Ke Bujha Jana Achha Nahi Lagata,
Kahkar Mukar Jana Achha Nahi Lagata,
Kisi Pal Haan Kisi Pal Naa Ada Achhi Hai Ye Lekin,
Yun Dil Ko Bharmana Achha Nahi Lagata,

Yun Dil Ko Satana Achha Nahi Lagata,
Yun Dil Ko Tadapana Achha Nahi Lagata.
Jo Khelate Ho Yun Mere Es Dil Se Tum Hardam
Yun Dil Ko Rulana Achha Nahi Lagata,

यूं जल के बुझ जाना अच्छा नहीं लगता,| शायरी | करन मिश्रा
यूं जल के बुझ जाना अच्छा नहीं लगता,| शायरी | करन मिश्रा
यूं जल के बुझ जाना अच्छा नहीं लगता,| शायरी | करन मिश्रा
यूं जल के बुझ जाना अच्छा नहीं लगता,| शायरी | करन मिश्रा



• Best शायरी यहाँ पढें

• Best Love शायरी यहाँ पढें

• Best Sad शायरी यहाँ पढें



author

Karan Mishra

करन मिश्रा को प्रारंभ से ही गीत संगीत में काफी रुचि रही है । आपको शायरी, कविताएं एवं‌‌ गीत लिखने का भी बहुत शौक है । आपको अपने निजी जीवन में मिले अनुभवों के आधार पर प्रेरणादायक विचार एवं कहानियां लिखना काफी पसंद है । करन अपनी कविताओं एवं विचारों के माध्यम से पाठको, विशेषकर युवाओं को प्रेरित करने का प्रयत्न करते हैं ।

इन्हें भी पढें...

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!