आलोचनाओ से रहे दूर – मोटिवेशनल हिंदी स्टोरी
तुम्हें ये सब कहने की क्या जरूरत थी, अरविंद जी जैसे भी हैं परंतु अब वे शिखा के होने वाले पति हैं । तुम किसी का भाग्य नहीं बदल सकती, उसके भाग्य में जो था वह उसे मिला है । हां इतना जरूर है कि तुमने ये सब कहके उसकी तमाम खुशियों पर पानी फेर दिया । तुम्हें तो हर लड़के में बस नुख्स निकालने की आदत सी हो गई है । कहीं तुम्हारी भी किस्मत में कोई ऐसा लड़का न लिखा हो कि जिसके नाते कभी तुम्हें भी हंसी का पात्र बनना पड़े
जब मेरे सपनों का राजकुमार घोड़ों पर चलकर मुझे लेने आएगा तब तुम सब बस देखती रह जाओगी
मैडम, किसका बिल और कौन सा बिल, ये होटल तो आपका ही है आप यहां जब चाहे आ सकती हैं
ये होटल मेम साहब का है आपके हस्बैंड इस होटल के मालिक और हमारे साहब हैं ऐसे में भला हम आप से पेमेंट कैसे ले सकते हैं
निशब्द और शिवानी की प्रेरणादायक कहानी से शिक्षा
बनाए रखें ।