author

Karan Mishra

करन मिश्रा को प्रारंभ से ही गीत संगीत में काफी रुचि रही है । आपको शायरी, कविताएं एवं‌‌ गीत लिखने का भी बहुत शौक है । आपको अपने निजी जीवन में मिले अनुभवों के आधार पर प्रेरणादायक विचार एवं कहानियां लिखना काफी पसंद है । करन अपनी कविताओं एवं विचारों के माध्यम से पाठको, विशेषकर युवाओं को प्रेरित करने का प्रयत्न करते हैं ।

दिल की बात जुबां तक लाएँ भी तो कैसे | शायरी | करन‌ मिश्रा

दिल की बात जुबां तक लाएँ भी तो कैसे, हाल-ए-दिल उन्हें बतलाएँ भी तो कैसे। डर लगता है बहुत रूठ जाने से उनके, फिर उनसे भला इश्क़ हम फरमाएं भी तो कैसे। Dil Kee Baat Jubaan Tak Laen Bhee To Kaise, Haal-e-dil Unhen Batalaen Bhee To Kaise. Dar Lagata Hai Bahut Rooth Jaane Se Unake, […]

किसको खबर है उसकी ये रात आखिरी है | शायरी | करन मिश्रा

ख्वाबों के जिद्द-ओ-जहद से, गर्दिश में ज़िन्दगी है। किसको खबर है उसकी, ये रात आखिरी है। हर शख्स है भरम में, हर किसी पर नशा छाया। किसको खबर है उसकी, ये बात आखिरी है। सफर की मुश्किलों से, फुरसत कभी नहीं है। किसको खबर ये उनकी, मुलाक़ात आख़िरी है। गर हो सके जो मुमकिन, इस […]

कल रात वो हल्का सा मुस्कुराकर चली गई | शायरी | करन मिश्रा

कल रात वो हल्का सा मुस्कुराकर चली गई, कमबख्त आधी रात में जगाकर चली गई। मैं रात भर खोया रहा उसके ख्यालों में, न जाने कितने हसीन ख्वाब वो दिखाकर चली गई। Kal Raat Vo Halka Sa Mushkurakar Chali Gayi, Kamabakhta Aadhi Raat Me Jaga Kar Chali Gayi. Mai Raat Bhar Khoya Raha Uske Khayalon […]

मदद के लिए तड़पता सख्श कहीं आपका कोई अपना तो नहीं | Short Story | Karan Mishra

जनसभा से लौट रहे विधायक जी की गाड़ी अचानक काफी तेजी से रुकती है सड़क के किनारे एक युवक खून से लथपथ काफी गंभीर हालत में पड़ा हुआ है उसकी ऐसी हालत देखकर विधायक जी का ड्राइवर गाड़ी रोक कर उसके पास जाने की सोचता है परंतु वह गाड़ी का दरवाजा जैसे ही खोलता है […]

इश्क़ निशानी छोड़ जाता है | शायरी | करन‌ मिश्रा

इश्क़ निशानी छोड़ जाता है, कोई कहानी छोड़ जाता है। धुंधली पड़ जातीं हैं तस्वीरें मगर, आखों में पानी छोड़ जाता है। Ishq Nishani Chhod Jata Hai, Koi Kahani Chhod Jata Hai. Dhundhali Pad Jati Hain Tashveerein Magar, Aakhon Me Pani Chhod Jata Hai.

उसकी गली में मकान है अपना | शायरी | करन‌ मिश्रा

दिल इसी बात से खुश है बहुत, अब उसकी गली में मकान है अपना। उसकी खिड़की और अपनी निगाहें, अब रात दिन बस यही काम है अपना । Dil Esi Baat Se Khush Hai Bahut, Ab Uski Gali Me Makan Hai Apna. Uski Khidki Aur Apni Nigahen, Ab Raat Din Bas Yahi Kaam Hai Apana.

जो किस्मत में होता है | शायरी | करन‌ मिश्रा

रात कितनी भी काली हो, सवेरा होता जरूर है। जो किस्मत में होता है, एकदिन मिलता जरूर है। Raat Kitani Bhi Kali Ho, Savera Hota Jarur Hai. Jo Kismat Me Hota Hai, Ekdin Milta Jarur Hai.

कभी जो दिल को हँसाया करते थें | शायरी | करन‌ मिश्रा

कभी नज़रें लड़ाने वाले, आज नज़रें चुरा कर चले गए। कभी जो दिल को हँसाया करते थें, आज वही दिल को रुला कर चले गए। Kabhi Nazarein Ladane Wale, Aaj Nazarein Chura Kar Chale Gayein, Kabi Jo Dil Ko Hasaya Karate The, Aaj Vahi Dil Ko Rula Kar Chale Gayein.

धीरे-धीरे ही सही पर अब ये फासला बढ़ेगा | शायरी | करन‌ मिश्रा

धीरे-धीरे ही सही पर अब ये फासला बढ़ेगा, तू दूर और दूर और दूर चला जाएगा । मैं चाह के भी ख़तम ना कर पाउंगा ये फासले, वक्त के साथ हमारे प्यार का नाम-ओ-निशान मिट जाएगा। Dheere Dheere Hi Sahi Par Ab Ye Faasala Badhega. Tu Dur Aur Dur Aur Dur Chala Jayega.. Mai Chah […]

इश्क ही अब मजहब है मेरा | शायरी | करन‌ मिश्रा

इश्क ही अब मजहब है मेरा, उनका दिल हुआ मेरा ठिकाना. बस उनकी इबादत करना है मुझको, मुझको मक्का-मदीना नहीं जाना. Ishq Hi Ab Majahab Hai Mera, Unka Dil Hua Mera Thikana. Bas Unki Ibadat Karana Hai Mujhako, Mujhako Makka Madina Nahi Jana.

error: Content is protected !!