13 फरवरी 2014 विशुनपुरम,मुम्बई, दो शख्स जिनके साथ एक औरत भी है। दरवाजे पर नाॅक करते हैं, अन्दर से पूनम निकलती है। पूनम उन्हे अन्दर ले जाती है, काफी देर तक उनमे बाते होती है। कुछ देर बाद. प्रेम के घर से जा रहे एक शख्स को ऊपर फ्लैट से कोई चीख पुकार सुनाई देती […]
आखिर वो दिन आ ही गया जिसका हर लड़की को इन्तजार होता है। उनके अपने जीवन साथी से मिलने का दिन,प्रिया की शादी होने जा रही थी। बारात आने का समय हो जाता है। सभी बारात का बेसब्री से इन्तजार कर रहे होते है। बारात आती है पर दुल्हे की कार की जगह एक […]
सुबह का समय है, गांव के कुछ लोग शौच के लिए जा रहे हैं, तभी पोखरे के किनारे कुछ देखकर, उनके कदम ठहर से जाते है, करीब जाने पर वहा एक युवती पड़ी है, सभी चौक जाते हैं । धीरे-धीरे भारी भीड़ इकट्ठा हो जाती है। 25-26 साल की एक युवती जिसका पूरा शरीर […]
ये कहानी है, झारखंड के राँची-रोड स्थित रामपुर की, शाम के चार बज चुके है, शिवानी अभी तक कालेज से नही लौटी अक्सर वो दो बज तक कालेज से घर आ ही जाती थी। शिवानी की माँ विमला देवी ने शिवानी को फोन किया,पर शिवानी का फोन स्विच आफॅ बता रहा है, शायद बैट्री खत्म […]
ये कहानी बिहार के एक छोटे से गांव कुईया की है। रामनारायण के घर से कुछ धुंआ उठ रहा है। धीरे-धीरे धुंआ काफी ज्यादा होने लगा है। आसपास के घरो को भी धुंआ साफ दिखने लगा है, पर रामनारायण के घर मे बड़ी शान्ति है, धीरे-धीरे उठते धुए को देख कर पूरे गांव मे शोर […]
गाजियाबाद, हाईवे पर तेज रफ्तार से दौड़ती गाड़िया हाईवे पर आज कुछ भीड़ जमा हो रही है, सारी गाड़िया एक के बाद एक रूकती जा रही है। ऐसा क्या हुआ है। ——- भीड़ के सामने से काफी धुंआ उठ रहा है, और आग की तेज लपटे भी उठ रही है, एक कार […]
अंशुमन और प्रदीप दोनों काफी अच्छे दोस्त हैं। दोनों ने मैट्रिक का एग्जाम अभी अभी हाल ही में ही दिया है। प्रदीप अंशुमन से गर्मियों की छुट्टी को अपने साथ बिताने को कहता है। वह गर्मियों की छुट्टियों में अपनी मौसी के घर जा रहा है। अंशुमन प्रदीप से कहता […]
4 अक्टूबर, दिन-मंगलवार, नागपुर, मुम्बई सुबह के सात बज चुके हैं सुबह की धूप हवाओ को चीरती हुई, पंकज के बेड तक जा पहुंच गई है पर पंकज का आलस्य सूरज की सुनहरी किरणो से मानो दो-दो हाथ कर रहा हो, वो अभी उठना नही चाहता है, उसे तो अभी और सोना है […]
मुंबई सपनो का शहर जहाँ कभी रात नही होती रोली छोटी सी उम्र मे न जाने कितने सपनो को अपनी आखो मे सजोए रोज जिन्दगी के नये नगमे बुन रही थी । रोली अपने पिता रमेश की एकलौती लाडली बेटी है । वो अपने पिता से जो भी इच्छा जताती शाम होते-होते […]
हर माँ की तरह सरोजनी अपने बेटे रवि से बहुत प्यार करती थी | और उसका पूरा ख्याल रखती थी | एक दिन दरवाजे से किसी ने आवाज लगाई | कौन आया इतनी सुबह- सुबह ये सोचते हुए रवि तेजी से बाहर दरवाजे की तरफ बढा अचानक किनारे रखे एक टेबल से […]