गर तुमको मुझसे मोहब्बत नहीं है | शायरी | करन‌ मिश्रा

गर तुमको मुझसे मोहब्बत नहीं है, तो बता तेरी निगाहें मुझे ढूंढती क्यूँ है। गर तुमको मेरी ज़रूरत नहीं है, तो पलट पलट के तू मुझे यूं देखती क्यूँ है। Gar Tumko Mujhse Mohabbat Nahi Hai, To Bata Teri Nigahen Mujhe Dhundhati Kyun Hai. Gar Tumko Meri Jarurat Nahi Hai, To Palat Palat Ke Tu […]

कमबख्त ता-उम्र ये इश्क की बीमारी नहीं जाती | शायरी | करन‌ मिश्रा

मुद्दतों बाद भी दिल की बेकरारी नहीं जाती, उनके हुस्न के जलवों की खुमारी नहीं जाती। करें चाहे लाख जतन कोई लेकिन, कमबख्त ता-उम्र ये इश्क की बीमारी नहीं जाती। Muddaton Baad Bhi Dil Ki Bekarari Nahi Jaati, Unke Husn Ke Jalwaon Ki Khumari Nahi Jaati. Kare Chahe Lakh Jatan Koi Lekin, Kambakht Ta-umra Ye […]

कागज़ पर लिखकर जिस तरह मिटा दिया करतें है | शायरी | करन‌ मिश्रा

कागज़ पर लिखकर जिस तरह मिटा दिया करतें हैं, यहां कुछ लोग उसी तरह रिश्तों को भूला दिया करतें हैं। दिखाए जो खूबसूरत ख्वाब कभी इन आखों को, उन्ही ख्वाबों को वो खुद ही जला दिया करतें हैं। Kagaz Par Likha Kar Jis Tarah Mita Diya Kartein Hain, Yahan Kuchh Log Yun Hi Rishton Ko […]

दिल किसी के इश्क़ से गुलजार होना चाहिए |शायरी | करन‌ मिश्रा

दिल किसी के इश्क़ से गुलजार होना चाहिए, एक बार ही सही पर प्यार होना चाहिए। जरूरतें जिंदगी की और भी हैं मगर, सब प्यार के आगे दरकिनार होना चाहिए। इंतज़ार होना चाहिए बेकरार होना चाहिए, उनके रूबरू इश्क का इज़हार होना चाहिए। वो माने ना माने ये बात और है मगर, उनको मनाने की […]

समझने लगे हैं वो इशारा धीरे-धीरे | शायरी | करन‌ मिश्रा

समझने लगे हैं वो इशारा धीरे-धीरे, होने लगे हैं वो हमारा धीरे-धीरे। पहले ये सूरत ना थी उनको भाती, अब लगने लगे हैं उनको प्यारा धीरे-धीरे। Samjhane Lage Hain Vo Ishara Dheere Dheere, Hone Lage Hain Vo Hamara Dheere Dheere. Pahale Ye Surat Na Thi Unko Bhati, Ab Lagane Lage Hain Unko Pyara Dheere Dheere.

जीने के लिए बस तुम्हारा प्यार होना चाहिए | शायरी | करन‌ मिश्रा

इकरार होना चाहिए इज़हार होना चाहिए, तेरे दिल पे बस मेरा इख्तियार होना चाहिए। वैसे तो बहुत नेमतें हैं इस जहान में, जीने के लिए बस तुम्हारा प्यार होना चाहिए। इन्तजार होना चाहिए बेकरार होना चाहिए, तेरा दिल मेरे इश्क में बिमार होना चाहिए। प्यार करता हूँ जितना मैं तुमसे सनम, तुमको मुझसे भी उतना […]

ढलता है जैसे सूरज ये चांद भी ढलेगा। शायरी | करन मिश्रा

हुस्न-ओ-शबाब तेरा ता-उम्र ना रहेगा, सावन के बाद महीना भादों का भी चढ़ेगा। ना कर गुरूर चांद से चेहरे पर ऐ हसीना, ढलता है जैसे सूरज ये चांद भी ढलेगा। Hushn-o-shabab Tera Ta-umra Na Rahega, Sawan Ke Baad Mahina Bhadav Ka Bhi Chadhega. Na Kar Gurur Chand Se Chehare Par Ai Haseena, Dhalata Hai Jaise […]

वो एक ख्वाब जिसने चैन से सोने नहीं दिया | शायरी | करन मिश्रा

ख्वाब और भी आए गए जिंदगी में मगर, वो एक ख्वाब जिसने चैन से जीने नहीं दिया। तमाम रातें गुजार दी जाग जागकर हमने, वो एक ख्वाब जिसने चैन से सोने नहीं दिया। Khwab Aur Bhi Aaye Gaye Jindagi Me Magar, Vo Ek Khwab Jisane Chain Se Jene Nahi Diya. Tamaam Ratein Gujar Di Jag […]

बड़ी खामोशी से इज़हारे मोहब्बत किया उसने | शायरी | करन मिश्रा

बड़ी खामोशी से इज़हारे मोहब्बत किया उसने, पलके झुकायी और हल्का सा मुस्कुराया उसने। शिकार तो मैं तब हुआ जब, पलट कर देखा और फिर से मुस्कुराया उसने। Badi Khamoshi Se Izahare Mohabbat Kiya Usane, Palke Jhukayi Aur Halka Sa Mushkuraya Usane. Shikar To Mai Tab Hua Jab, Palat Kar Dekha Aur Fir Se Mushkuraya […]

इश्क तुमसे करने की इजाज़त तो दे दो मुझे | शायरी | करन मिश्रा

जी भर कर देखूं तुझे इतनी इजाज़त तो दे दो मुझे। हमसे करो ना करो इश्क तुमसे करने की इजाज़त तो दे दो मुझे। Ji Bhar Kar Dekhun Tujhe Itani Ijajat To De Do Mujhe, Hamse Karo Na Karo Ishq Tumse Karane Ki Ijajat To De Do Mujhe.

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