दिल की बात जुबां तक लाएँ भी तो कैसे, हाल-ए-दिल उन्हें बतलाएँ भी तो कैसे। डर लगता है बहुत रूठ जाने से उनके, फिर उनसे भला इश्क़ हम फरमाएं भी तो कैसे। Dil Kee Baat Jubaan Tak Laen Bhee To Kaise, Haal-e-dil Unhen Batalaen Bhee To Kaise. Dar Lagata Hai Bahut Rooth Jaane Se Unake, […]
ख्वाबों के जिद्द-ओ-जहद से, गर्दिश में ज़िन्दगी है। किसको खबर है उसकी, ये रात आखिरी है। हर शख्स है भरम में, हर किसी पर नशा छाया। किसको खबर है उसकी, ये बात आखिरी है। सफर की मुश्किलों से, फुरसत कभी नहीं है। किसको खबर ये उनकी, मुलाक़ात आख़िरी है। गर हो सके जो मुमकिन, इस […]
कल रात वो हल्का सा मुस्कुराकर चली गई, कमबख्त आधी रात में जगाकर चली गई। मैं रात भर खोया रहा उसके ख्यालों में, न जाने कितने हसीन ख्वाब वो दिखाकर चली गई। Kal Raat Vo Halka Sa Mushkurakar Chali Gayi, Kamabakhta Aadhi Raat Me Jaga Kar Chali Gayi. Mai Raat Bhar Khoya Raha Uske Khayalon […]
इश्क़ निशानी छोड़ जाता है, कोई कहानी छोड़ जाता है। धुंधली पड़ जातीं हैं तस्वीरें मगर, आखों में पानी छोड़ जाता है। Ishq Nishani Chhod Jata Hai, Koi Kahani Chhod Jata Hai. Dhundhali Pad Jati Hain Tashveerein Magar, Aakhon Me Pani Chhod Jata Hai.
दिल इसी बात से खुश है बहुत, अब उसकी गली में मकान है अपना। उसकी खिड़की और अपनी निगाहें, अब रात दिन बस यही काम है अपना । Dil Esi Baat Se Khush Hai Bahut, Ab Uski Gali Me Makan Hai Apna. Uski Khidki Aur Apni Nigahen, Ab Raat Din Bas Yahi Kaam Hai Apana.
रात कितनी भी काली हो, सवेरा होता जरूर है। जो किस्मत में होता है, एकदिन मिलता जरूर है। Raat Kitani Bhi Kali Ho, Savera Hota Jarur Hai. Jo Kismat Me Hota Hai, Ekdin Milta Jarur Hai.
कभी नज़रें लड़ाने वाले, आज नज़रें चुरा कर चले गए। कभी जो दिल को हँसाया करते थें, आज वही दिल को रुला कर चले गए। Kabhi Nazarein Ladane Wale, Aaj Nazarein Chura Kar Chale Gayein, Kabi Jo Dil Ko Hasaya Karate The, Aaj Vahi Dil Ko Rula Kar Chale Gayein.
धीरे-धीरे ही सही पर अब ये फासला बढ़ेगा, तू दूर और दूर और दूर चला जाएगा । मैं चाह के भी ख़तम ना कर पाउंगा ये फासले, वक्त के साथ हमारे प्यार का नाम-ओ-निशान मिट जाएगा। Dheere Dheere Hi Sahi Par Ab Ye Faasala Badhega. Tu Dur Aur Dur Aur Dur Chala Jayega.. Mai Chah […]
इश्क ही अब मजहब है मेरा, उनका दिल हुआ मेरा ठिकाना. बस उनकी इबादत करना है मुझको, मुझको मक्का-मदीना नहीं जाना. Ishq Hi Ab Majahab Hai Mera, Unka Dil Hua Mera Thikana. Bas Unki Ibadat Karana Hai Mujhako, Mujhako Makka Madina Nahi Jana.
मत पूछो इस दिल का आलम ओ यारों, खुदा ने मेरी दुआ सुन लिया है। जिसे चुना है अपनी हीर मैने, उसने मुझको अपना रांझा चुन लिया है। Mat Poochho Is Dil Ka Aalam O Yaaron, Khuda Ne Meri Dua Sun Liya Hai Jise Chuna Hai Apni Heer Maine, Usane Mujhako Apna Ranjha Chun Liya […]