How to Motivate Your Kids – Story in Hindi
एक दिन जब रोज की तरह अलार्म के बजने पर श्रद्धा उठकर बच्चों को तैयार करने के लिए कमरे से बाहर निकलती है तभी तबातोड़ फूटते गुब्बारों की आवाज से वह चौक जाती है । उसके सामने तीनों नन्हे-मुन्ने अपने हाथों में गुलदस्ता, विशिंग कार्ड वह केक लिए हुए खड़े हैं और उसे जन्मदिन की मुबारकबाद दे रहे हैं बच्चों का यह स्नेह श्रद्धा देखते ही रह जाती है ।
थोड़ी देर में श्रद्धा तीनों बच्चों का बैग लिए वहां आती है । वह बैग में से उनका लंच बॉक्स निकालकर डाइनिंग टेबल पर रखने लगती है और फिर एक-एक करके सभी लंच बॉक्स में बचे खाने को अपनी प्लेट में रखकर खाने लगती है । मां को ऐसा करता देख बच्चे आश्चर्यचकित रह जाते हैं । वे आंखों ही आंखों में एक दूसरे से कुछ सवाल भी कर रहे हैं और आखिरकार वो मां से पूछ बैठते हैं