एक छोटे से मकान मे रहने वाला किशन ने अपने मकान मे ही एक दुकान खोल रखा था। जिसमें वो स्टेशनरी के सामान बेचता था। वो अत्यंत गरीब था। गरीबी और परेशानियों ने उसकी पत्नी मन्जू को अत्यंत चिड़चिड़ा बना दिया था।
वो अपने छोटे से बेटे पर बात-बात पर नाराज होती, उसकी छोटी-छोटी गलतियों पर भी उसको डाँटती रहती, पर उसका नन्हा सा बेटा अपनी मम्मी को बहुत ज्यादा प्यार करता था।
नया साल आने वाला था।दुकानदार ने नये साल पर बिक्री के लिए कर्ज लेकर डायरी और ग्रिटिगंस खरीदे।
उसकी दुकान अब नए साल के लिए सज गई थी। शाम को उसका बेटा जब दुकान पर आया तो उसे वो ग्रिटिगंस और डायरिया बहुत पसंद आई। वो पिता को बहुत पसंद आई। वो पिता को बिना बताएं एक डायरी व ग्रीटिंग्स वहां से उठा कर घर ले गया पिता की निगाह जब दुकान पर पड़ी तो उसे लगा कि कुछ ग्रीटिंग्स और एक डायरी गायब है बड़े ही मुश्किलों से कर्ज का जुगाड़ कर कुछ पैसा कमाने के लिए उसने ये सारे सामान खरीद कर दुकान पर रखे थे।
उन्हें न पाकर दुकानदार काफी ज्यादा परेशान हो गया, वहीं बैठी मंजू को जब ये बात पता चली तो वो भी बहुत परेशान हुई। उसने अगल-बगल के लोगों से पूछा मगर उसके गुम हुए सामानों के बारे में किसी को कोई जानकारी नहीं थी, परेशान मंजू थक हारकर शाम को समय से पहले ही दुकान बंद करवा कर घर मे चली आई ।
अभी वे दोनों घर में पहुंचे ही थे, कि तभी मंजू ने देखा कि उसके सारे ग्रीटिंग्स टेबल पर बिखरे हुए हैं।अपने कीमती सामानों का ये हर्ष देखकर दुकानदार और मंजू आग बबूला हो गए।
मंजू ने बड़े क्रोधित स्वरो में अपने बेटे को आवाज लगाई, माँ के घर में आने की खबर से दौड़ते हुए नन्हा बेटा वहां पहुंचा।
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उसके पहुंचते ही माँ ने उसके कोमल गालों पर दो चांटा जड़ दिया अभी वो कुछ कहता कि मां ने उसे डाँट कर शांत करा दिया। मंजू ने ग्रीटिंग्स को हाथ में लेकर कहा
“तुम जानते हो ये सब तुम्हारे पापा ने कैसे खरीदा है, और तुमने सब खराब कर दिया तुमने उस डायरी का क्या किया उसे भी खेल डाला”
वो नन्हा लड़का बिना कुछ कहे दौड़ते हुए घर में भाग गया थोड़ी ही देर में वो वापस वहां आया इस बार उसके हाथ में वो डायरी थी। उसने माँ से बोला
“देखो मां मैंने ये डायरी वेस्ट नहीं की है”
डायरी खोलकर उस के पन्ने दिखाते हुए बोला
“देखो मैंने हर पन्ने पर
“आई लव यू माँ
लिखा है”
और इन ग्रीटिंग्स पर भी लिखा है।
माँ का गुस्सा उसकी मासूमियत को देखकर कहीं गायब ही हो गया।
कुछ वर्षों बाद वो लड़का शयाना हो गया। वो उच्च शिक्षा के लिए दूर शहर में पढ़ने चला गया। उसकी माँ आज अपने बेटे की वो डायरी का पन्ना तारीख के हिसाब से खोलती और उसमे उसके द्वारा लिखे
“आई लव यू माँ”
को पढ़कर उसके प्यार का एहसास करती
इस कहानी से क्या शिक्षा मिलती है :-
इस दुनिया मे बहुत सारी वस्तुए कीमती हो सकती है, किंतु प्रेम के आगे हर वस्तु का मूल्य शून्य है।”प्रेम अनमोल है
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