कोमौलिका अपने माता-पिता की बड़ी लाडली बेटी थी । कमौलिका के माता पिता एक सेठ के वहां पैकिंग का काम किया करते थे । वे सेठ की दुकान से अनाज की बोरियां लाते और फिर उसे छोटे-छोटे प्लास्टिक के थैलों में पैक करके उसे सेठ की दुकान पर वापस दे आया करते । सेठ उन्हें […]
गांव के एक छोटे से चौराहे पर शंभू अपनी फलो की दुकान लगाया करता था । इन फलो को बड़ी मंडी से खरीदने के लिए वह रोज तड़के चार बजे ही उठकर पहले बैलों को तैयार करता और फिर उनको लिए बड़ी मंडी चला जाता । वक्त के साथ शंभू का बेटा मुरली भी अब […]
“मां-मां, कहां हो मां” लाइट चले जाने से, किचन में लैंप जला रही, आठ माह की गर्भवती आकांक्षा, बेटे की चीख-पुकार को सुनकर, भागे भागे उसके पास पहुंचती है । “क्या हुआ, जरा सा अंधेरा हुआ नहीं कि चीखने चिल्लाने लगते हो, आखिर तुम कब बड़े होगे” दस साल का वीरू अंधेरे से बहुत डरता […]
गरमी की छुट्टियों में विन्नी नानी के घर आयी थी । वहाँ सबसे मिल कर और थोङी देर आराम करके शाम में नानी को बताकर अपनी बचपन की दोस्त माही, जिसकी कुछ दिन पहले ही शादी हुई थी ,से मिलने गयी …. माही का घर:- विन्नी:- नमस्ते आंटी , माही है क्या ? माही की […]
Story On Good Company in Hindi | अच्छी संगत का असर प्रेरणादायक कहानी एक ही गांव के होकर भी हीरा और मोती में काफी अंतर था । एकतरफ जहां हीरा का मन पढ़ाई-लिखाई मे रमा रहता, वही दूसरी ओर मोती, गांव के दूसरे लड़कों के साथ सारा दिन आवारागर्दी किया करता । कालांतर में जहां […]
सफल बिजनेसमैन बनने के उपाय कहानी | Success Businessman Story in Hindi बहुत दिनों बाद शहर से गांव लौटा अरविंद, एक बार फिर शहर जाने की तैयारी कर रहा है, तभी एक दिन उसकी दादी ने उससे कहा “देखो बेटा, पहले बात और थी परंतु अब मैं बुढ़ी हो चुकी हूं । मुझ में अब […]
Selfish Friends Short Story in Hindi| स्वार्थी मित्रता की प्रेरक कहानी हमीद और रशीद दोनों एक दूसरे के पड़ोसी होने के साथ-साथ काफी अच्छे दोस्त भी थे । उनमें सबसे दिलचस्प बात यह थी कि ना सिर्फ उनके घरों के बीच की दीवार एक थी बल्कि पास के बाजार में स्थित उनके दुकानो की दीवारें […]
Importance or Role Of Saving Money in Our Daily Life Short Hindi Story पापा “क्या कल नहीं गईया लाए हो” (हरिया का बेटा आंख मिजते हुए उससे पूछता है) हरिया “नहीं बेटा, अपनी लाजो ने कल रात में, ये बछड़ा जना है” “पर ये इतना उछल कूद क्यों मचा रहा है” (हरिया का बेटा […]
आईटी प्रोफेशनल मीरा ने अपनी जॉब छोड़ने का फैसला तब किया जब अनुराग ने उसकी जिंदगी में कदम रखा । आज अनुराग लगभग तेरह साल का होने को है परंतु आज भी मीरा उसे कुछ वैसे ही प्यार- दुलार करती है जैसे एक मां अपने दूध मूवे बच्चे से करती है । अनुराग को […]
चांदनगर के राजा आनंदसोम को नृत्य संगीत का बहुत शौक था । एक बार उन्हें ऐसा महसूस हुआ कि वैसे तो उनका दरबार शूरवीरों, महाज्ञानीयों, कविओ एवं कलाकारों से भरा पड़ा है परंतु बावजूद इसके उनके दरबार में कुछ कमी तो है परंतु वो कमी है क्या ? इसका पता नही चल पा रहा था […]