राजीव सर – आप सब नाटक की अच्छी तरह से तैयारी कर ले ,अपने किरदार को अच्छे से प्रस्तुत करने के लिये थोड़ी और मेहनत करें ।
मनोज –सर ये नाटक तो हम कई बार कर चुके हैं फिर एक दो रिहल्सल काफी है , हम तीन दिन से इसका रिहल्सल कर रहे हैं ।
राजीव सर -“हमारे पास समय कम है ,और हमे इसे और अच्छे से करना है तो थोड़ी और मेहनत तो करनी ही पड़ेगी” राजीव ने अपनी बात को फिर से दोहराया
भावना– लेकिन सर हमारे पास अभी दस दिन है , मनोज भी सही कह रहा है हम इस प्ले को कई बार कर चुके है, फिर ?
राजीव सर – मुझे मालूम है आप सब इस प्ले को कई बार कर चुके हैं , और आप सब अपने किरदार को बहुत ही अच्छी तरह से प्ले करते है , आप सब का अपना विश्वास भी ठीक है लेकिन इस बार हम बड़े मंच पर होंगे
रवि – तो क्या हुआ सर , हम सब और अच्छे से करेंगे
मनोज – पिछली बार सभी लोग हमारे प्ले की कितनी तारीफ कर रहे थे ।
रवि – हाँ सर और हमे आवार्ड भी मिला था ।
राजीव सर – इस के पहले हम ने जितनी बार प्ले किया है हमे बहुत तारीफ मिली है , हम आवार्ड भी जीते हैं लेकिन मैं ये चाहता हूँ कि इस बार लोग सिर्फ तालियाँ ही न बजायें बल्कि हमारा प्ले उनके दिल की गहराई मे एक छाप भी छोड़े , हम उनके दिलों मे एक जगह बना लें , हमे इस बार कुछ एक्स्ट्रा एफर्ट११ लगाना होगा अगर दूसरो से अलग करना है और अपनी छाप छोडनी है तो , हम सिर्फ आवार्ड पाने के लिये ही प्ले नही करते हैं हम लोगों तक अपने प्ले के माध्यम से अपनी बातें पहुँचाते है , मुझे पता है अगर हमे सिर्फ प्ले को प्रस्तुत करना है तो आप सब जादा मेहनत करने की जरूरत नही है लेकिन पिछली बार मैंने महसूस किया कि हमें और मेहनत करने की जरूरत है ।
भावना –आप की बात सही है सर हमारा प्ले लोगों के दिलों की गहराई तक जाना चहिये ।
———
राजीव सर – हाँ भावना हमे अपनी छाप छोड़ने के लिये थोड़ा और प्रयास करना होगा , इस बार अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा , जी जान लगा देना है इस प्ले को करने मे , अगर बड़ी सफलता पाना है और अपना नाम कमाना है तो आप सब को अपना 100% देना होगा ,अपने जीवन के किसी भी काम मे या किसी भी कम्पटीशन मे जब तक आप अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नही करते हैं तब तक आप का नाम नही होता, आप का काम तो हो जाता लेकिन नाम करने के लिये आप को कुछ एक्स्ट्रा करना होगा ताकि हम लोगो के दिल में जगह बना सके ।
जिससे लोग हमारा प्ले भी याद रखे और हमे भी, आप के अभिनय की बात तभी बनेगी जब आप का किरदार लोगो के जहन मे बस जाये , आप के हर एक डायलॉग को लोग नोटिस करें ,लोग खुद उस किरदार को जियें जैसे आप जीते हो, प्ले करते समय ऐसा करने के लिये हमें उसमे पूरी तरह से डूबना होगा
जिससे लोग हमारा प्ले भी याद रखे और हमे भी, आप के अभिनय की बात तभी बनेगी जब आप का किरदार लोगो के जहन मे बस जाये , आप के हर एक डायलॉग को लोग नोटिस करें ,लोग खुद उस किरदार को जियें जैसे आप जीते हो, प्ले करते समय ऐसा करने के लिये हमें उसमे पूरी तरह से डूबना होगा
सर की बात सभी की समझ मे आ गई थी, सब ने ये तय किया की अब सब एक घंटा और देगे आज से ही ,
रवि – अपने अभिनय का लोहा मनवा कर रहेंगे हम सब
मनोज – जी सर , मुझे लग रहा था कि हम बहुत बेहतर कर रहे हैं, और मेहनत करने की हमे क्या आवश्यकता है लेकिन मैं गलत सोच रहा था , हमारा प्ले जो भी देखे उसके दिलो दिमाग पर हमारा प्ले अपनी छाप छोड़ जाये ।
भावना – सर इस प्ले मे ही नही आप की बात हम अपने जीवन मे भी उतारेंगे , अपने जीवन के हर क्षेत्र मे हम अपना 100% देंगे ,अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे अपना जी जान लगा देंगे , आज आप ने बहुत बड़ी सीख दी है हमें
सब प्ले की तैयारी मे लग गए
Moral of the story :-
आप अपनी जिंदगी मे बहुत से प्ले देखते हैं स्कूल कॉलेज और अन्य जगहों पर आप ने नोटिस किया होगा कि प्ले मे किसी आर्टिस्ट ने बहुत अच्छा काम किया है तो उसकी लोग तारीफ करते है उसके अभिनय की सराहना करते है उसका अभिनय आप के दिल को छू जाता है , आखिर क्यों ? कभी आप ने सोचा है सोचियेगा क्योंकि उसने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया , आप को उसका अभिनय अच्छा लगा उसने अपने साथी कलाकारों से बेहतर किया होता है इसलिये हमे भी अपने जीवन मे ऐसे ही छाप छोड़ने वाले कार्य करने चाहिए जिससे टीचर हो या बॅास, सब की नजर मे हम आ सकें, हमारे काम के साथ साथ हमारा नाम भी हो , लोग हमे याद रखे , सिर्फ अपना काम पूरा करना ही नही उसके जरिये हम औरों से अलग क्या करें कि सब हमे याद रखें ।
Writer
Prabhakar
• Best शायरी यहाँ पढें
• Best Love शायरी यहाँ पढें