गुर्दे की पथरी | Kidney Stones : लक्षण कारण चिकित्सा एवं बचाव के उपाय

किडनी स्टोन के लक्षण, कारण, चिकित्सा, बचाव के विषय मे संपूर्ण जानकारी all information about the symptoms, causes, treatment, prevention of kidney stone in hindi

Symptoms Causes Treatment Prevention Of Kidney Stone In Hindi

  वर्तमान परिदृश्य में किडनी  की बीमारी बिल्कुल आम हो चुकी है । वैसे तो स्टोन कई प्रकार के हो सकते हैं परंतु इन सभी में किडनी स्टोन प्रायः सबसे ज्यादा होने वाला रोग है ।

  किडनी का मुख्य कार्य शरीर में उपलब्ध अनावश्यक पानी एवं अपशिष्ट पदार्थों को शरीर से बाहर निकालना एवं शरीर के लिए उपयोगी तत्वो को शरीर में वापस भेजना है ।
  वैसे तो शरीर में बनने वाले छोटे-छोटे स्टोन पानी के द्वारा किडनी से छन कर बाहर निकल जाते है परंतु कभी-कभी कम पानी पीने अथवा अन्य कारणोवश यह किडनी में ही जमा होने लगते हैं ।
  जो आगे चलकर बड़े स्टोन या पथरी का रूप धारण करते है । व्यक्ति को किडनी स्टोन होने पर विभिन्न प्रकार के लक्षण दिखाई दे सकते है जैसे जी मचलाना,उल्टी होना, पीठ के नीचले भाग में दोनो तरफ काफी दर्द होना ।

 यह दर्द कुछ इस प्रकार से  होता है कि मरीज का मन उस जगह को तुरंत काट कर निकाल देने का होता है जहां पर दर्द हो रहा हो ।

———-

  कभी-कभी किडनी मे बनी ये पथरी, मूत्र त्याग या किन्ही अन्य कारणोवश अपने स्थान से परिवर्तित हो सकती है या पेशाब की नली में जाकर फंस सकते है । ऐसी स्थिति में भी मरीज को काफी तेज से दर्द महसूस होता हैं ।

कारण 

किडनी स्टोन वैसे तो कई कारणों से हो सकता है परंतु इसकी मुख्य वजह निम्न है

  • पानी कम पीना
  • शारीरिक व्यायाम में कमी
  • कैल्शियम एवं ऑक्सीलेट युक्त पदार्थों का अत्यधिक मात्रा में सेवन करना
  • किडनी का ठीक से काम न करना,
  • कुछ किडनियों कि रचना कुछ इस प्रकार की होती है जो स्टोन बनाती रहती हैं ।

लक्षण

  • पीठ के निचले भाग में दोनों तरफ काफी तेजी से दर्द होना
  • दर्द निरंतर ना होकर कभी कभार होना
  • जी मिचलाना
  • उल्टी होना
  • चक्कर आना
  • पेशाब में जलन

बचाव के उपाय

पथरी की समस्या से बचने के लिए क्या करें और क्या ना करें ।

क्या करें

———

  • पके केले का उपयोग करें
  • आलू ज्यादा से ज्यादा खाएं ।

क्या ना करें

  • वैसे तो कैल्शियम शरीर के लिए बहुत आवश्यक है परंतु यदि आप पथरी से बचना चाहते हैं तो कैल्शियम युक्त आहार का प्रयोग कम करें जैसे- हरी पत्तेदार सब्जियां, टमाटर,  दूध से निर्मित वस्तुएं आदि
  • कच्चे केले का उपयोग ना करें ।
  • कैल्शियम के बाद स्टोन बनाने की मुख्य वजह ऑक्सीलेट का शरीर में अत्याधिक मात्रा में होना है ।  इसलिए बेहतर होगा कि ऑक्सीलेट वाले पदार्थों का उपयोग कम से कम करें जैसे- पालक, चुकंदर, चाय, सोयाबीन, शकरकंद इत्यादि ।


विशेष

कुछ किडनी अपनी प्राकृतिक बनावट के कारण   पथरी का निर्माण करती रहती है । इसलिए यदि आपको पहले भी किडनी स्टोन की समस्या हो चुकी है तो आपको विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है जिससे यह दोबारा ना हो ।

   Writer
 Team MyNiceLine.com
यदि आप के पास कोई कहानी, शायरी , कविता  विचार या कोई जानकारी ऐसी है जो आप यहाँ प्रकाशित करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपने नाम और अपनी फोटो के साथ हमें इस पते पर ईमेल करें:

  Contact@MyNiceLine.com
  हम  आपकी पोस्ट को, आपके नाम और आपकी फोटो (यदि आप चाहे तो) के साथ यहाँ पब्लिश करेंगे ।

“गुर्दे की पथरी | Kidney Stones : लक्षण कारण चिकित्सा एवं बचाव के उपाय” आपको कैसी लगी, कृपया नीचे कमेंट के माध्यम से हमें बताएं । यदि लेख पसंद आया हो तो कृपया इसे Share जरूर करें !




• Best शायरी यहाँ पढें

• Best Love शायरी यहाँ पढें

• Best Sad शायरी यहाँ पढें



author

Karan Mishra

करन मिश्रा को प्रारंभ से ही गीत संगीत में काफी रुचि रही है । आपको शायरी, कविताएं एवं‌‌ गीत लिखने का भी बहुत शौक है । आपको अपने निजी जीवन में मिले अनुभवों के आधार पर प्रेरणादायक विचार एवं कहानियां लिखना काफी पसंद है । करन अपनी कविताओं एवं विचारों के माध्यम से पाठको, विशेषकर युवाओं को प्रेरित करने का प्रयत्न करते हैं ।

इन्हें भी पढें...

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!