स्कूल में मनजीत अपनी क्लास के सभी बच्चों में काफी कमजोर था। वो स्कूल में रोज खड़ा किया जाता। उसके सारे दोस्त उस पर हंसते, हर पैरेंट्स मीटिंग में उसकी माँ पल्लवी को हमेशा अपने बेटे की खराब परफॉर्मेंस की वजह से शर्मिंदा होना पड़ता। अर्धवार्षिक परीक्षा में पुनः मनजीत […]
मीनाक्षी को बचपन से ही नृत्य में बड़ा इंट्रेस्ट था। बैंड बाजे की आवाज हो या फिर नवरात्रि में बजने वाले ढोल उसके पैर थिरकने लगते थे। मीनाक्षी काफी निर्धन परिवार में जन्मी थी। उसके परिवार की आर्थिक हालत इतनी खराब थी, कि एक वक्त का चूल्हा भी बड़ी मुश्किल से जल पाता […]
जंगल मे सभी जानवर अपनी जिंदगी जी रहे थे । बस उनको डर रहता था । कही शेर न आ जाये, जंगली भैंसे एक झुण्ड मे रहते थे । भैंसे के बच्चे ने पूछा अपने पिता से – आप हमे हमेशा झुण्ड के बीच मे क्यों रखते हैं , हमे जंगल मे […]
राजकुमार का पहला युद्ध था दुश्मन राज्य मे अच्छे योद्धा थे वे अपनी क्रूरता के लिये भी प्रसिद्ध थे, युद्ध मे इन योद्धाओ से यदि राजकुमार का मुकाबला हो गया तो उनको आसानी से हरा पाना राजकुमार के बस मे नही होगा ऐसा सभी मंत्री सोच रहे थे उन के विचार मे राजकुमार को […]
सरकार की बहुत सी योजनाओं के बावजूद भी औरतों पर अत्याचार और हिंसा बंद नही हो रही ये हमारे समाज के लिये बहुत ही दुःख की बात है ,वंदना जी जो की एक प्रोफ़ेसर है और एक सामाजिक कार्यकर्ता है वह बहुत ही लगन से समाज के इस मुद्दे को उठा रही […]
कुणाल और फिरोज ग्रेजुएशन की पढ़ाई खत्म करके अपने जीवन के नए सपने बुन रहे है । पढ़ाई खत्म करने के बाद दोनों दोस्तों एक ऑटोमोबाइल्स की दुकान खोलते हैं। एक दिन वहां एक बुजुर्ग आता है पहनावे-ओढ़ावे एवं हाव-भाव से वह काफी अच्छे परिवार का लग रहा है। वह उस बुजुर्ग […]
आज आरती बहुत दु;खी थी उसे कुछ भी अच्छा नही लग रहा था , आज उसकी फ्रेंड का बर्थडे था उसकी पार्टी मे जाना था लेकिन आरती का जाने का बिल्कुल भी मन नही था पार्टी का समय हो गया था लेकिन वो तैयार नही हुई थी , वो अकेली ही बालकनी मे बैठी थी […]
एक बूढ़ी औरत डाक्टर को अपनी आँख दिखाने के लिये गई , कुछ मरीजो के बाद उसका नंबर आया डाक्टर ने उसकी आँखो कि जाँच की उसे कुछ दवाए लिखी और चश्मे के शीशे का नंबर लिखा, वह बूढी औरत डॉक्टर के चेम्बर से बहार आई ,केमिस्ट को उसने अपना पर्चा दिया, केमिस्ट ने दवा […]
जूही प्रोफेसर विनीता के घर काम करती थी उन के घर वो सुबह 6 बजे आ जाती थी , फिर वो पहले मेम साहब को चाय बना के देती थी उस के बाद किचन की साफ सफाई कर के उनके लिये नाश्ता तैयार करती थी , इधर मेम साहब नाश्ता करती […]
रामप्रसाद की गाय बहुत ही अच्छा दूध दे रही थी । फिर भी वह उसे बेच रहा था , क्योकि उस कि बीबी ऐसा चाहती थी । मास्टर साहब – क्यों भाई रामप्रसाद सुना है कि तुम गाय को बेच रहे हो ,क्या हो गया अभी तो चार दिन पहले तो तुम […]