लक्ष्य कैसे बनाए एवं लक्ष्य कैसे प्राप्त करें | Story In Hindi On Goal
स्कूल से घर आते ही बस्ता फेंक चल पड़े क्रिकेट के मैदान की ओर और तब शुरू हुआ क्रिकेट का रोमांचक खेल जो तबतक जारी रहेगे जब तक बाल दिखनी बिल्कुल बंद न हो जाए । कुछ ऐसी ही दीवानगी है, अपने समर मे क्रिकेट को लेकर । डॉक्टर साहब अपने बेटे समर को अपनी तरह ही डॉक्टर बनाना चाहते हैं परंतु समर का मन तो क्रिकेट में रमा है ।
एक दिन वह अपनी माँ से जिद्द करके क्रिकेट की किट खरीद लाता है । जब यह बात उसके पिता को पता चलती है तब उन्हे बहुत गुस्सा आता है वे उसके सामने ही उसका किट जला देते हैं । यह देखकर समर को बहुत दुख होता है वो रात भर बिस्तर पर करवटें बदलता हुआ आंसू बहा रहा है रात भर रो-रोकर उसकी आंखें लाल हो आती हैं । उसकी लाल हुई आंखों को देख कर समर की माँ उसके पिता से झगड़ बैठती हैं । दोनो मे बड़ी देर तक तू-तू मै-मै होती है तब उसके पिताजी कहते हैं
“पहले इसे अपना करियर बना लेने दो फिर जो मर्जी करे वो ये कर सकता है । मुझे कोई ऐतराज नहीं होगी”
तब समर कहता है
“मुझे आपकी तरह डॉक्टर नहीं बनना मैं क्रिकेटर बनना चाहता हूँ”
समय बीतता है और समर का दाखिला मेडिकल कॉलेज में हो जाता है । वह डॉक्टर की पढ़ाई कर रहा है । इसी बीच उसकी मुलाकात एक क्रिकेट क्लब के लोगों से होती है वह वहां रोज क्रिकेट खेलने जाने लगता है । देखते ही देखते समर उस टीम का कप्तान चयनित हो जाता है ।
एक दिन जब समर के पिता उसका हालचाल लेने के मकसद से उसे फोन करते हैं तब संजोगवश समर का फोन नहीं लगता । तब वे समर के दोस्त सौरभ को फोन करते हैं । जो उसके साथ ही मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा है । वह उससे समर के बारे में पूछते हैं तब वह बताता है कि हमारी लेटेस्ट (नई) कहानियों को, Email मे प्राप्त करने के लिए यहाँ क्लिक करें. It’s Free !
“समर तो क्रिकेट प्रतियोगिता में भाग लेने गया है”
यह सुनकर डॉक्टर साहब का खून खौल उठता है । बातों-बातों में ही उन्हे समर के टीम का कप्तान बनने की बात पता चलती है । बेटे के बारे मे यह सब जानकर भी डॉक्टर साहब चुप रहते हैं । वे समर से कुछ नहीं कहते ।
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कुछ ही दिनों बाद कॉलेज की छुट्टियां होती हैं समर घर आता है । तब उसके पिता समर को अपने पास बुला कर बैठाते हैं और उससे कहते हैं
“तुम बचपन से ही पढ़ाई लिखाई के साथ-साथ क्रिकेट में भी में अव्वल रहे हो । मैं जानता हूँ कि क्रिकेट तुम्हारा पैशन है और मैं तुम्हारे पैशन में बाधा नहीं बनाना चाहता परंतु आज मुझे तुमसे ये जानना है कि क्या तुम क्रिकेट में ऐसी सफलता हासिल कर सकते हो जिसके दम पर तुम अपनी लाइफ सेटल कर सको यदि हां तो तुम क्रिकेट में आगे बढ़ सकते हो । मैं तुम्हें बिल्कुल भी नहीं रोकूंगा परंतु यदि तुम इस बात को लेकर किसी असमंजस में हो तो फिर तुम इसे बस अपना एक शौक मात्र ही रहने दो । इसे अपने करियर में बाधा मत बनने दो । जिन्दगी मे ऐसी बहुत सी चीजें हैं जिसे करने मे हमे बहुत मजा आता है या उसे करना हमे पसंद है पर कभी-कभी इन चीजो के पीछ हम इतने दीवाने हो जाते हैं कि अपना असल लक्ष्य ही भूल बैठते हैं जोकि गलत है । हमारा शौक अगर शौक तक ही सीमित रहे तो अच्छा है अन्यथा कल को वह पछताने की वजह बन सकता है”
समर को पिता की बातें समझ आ गई हैं । अब उसका पूरा फोकस अपने करियर पर है ।
कहानी से शिक्षा | Moral Of This Best Inspirational Story In Hindi
दोस्तों हमारी जिंदगी में हमारे शौक भी बहुत मायने रखते हैं ऐसा नहीं है कि अपने शौक को अपनी जिंदगी बनाना गलत है परंतु अगर मौजूद दो रास्तों में से किसी एक रास्ते को चुनाव करना पड़े तो हमेशा ऐसे रास्ते का चुनाव करना चाहिए जिसमे सफल होने का हमें ज्यादा कॉन्फिडेंस हो ।
ऐसे और भी बहुत से लोग हैं दुनिया में जो बनना तो कुछ और चाहते थे पर बन कुछ और गये, जिसके लिए बहुत सारी चीजें जिम्मेदार हो सकती हैं जैसे- हालात, आर्थिक स्थिति और बहुत कुछ, परंतु एक बात तो तय है कि अगर आपने किसी काम में अच्छी सफलता हासिल की है तो इसका मतलब है कि शायद आप उसी काम के लिए बने थे या फिर आप उस काम को ज्यादा बेहतर ढंग से कर सकने की क्षमता रखते थे ।
इसीलिए बेहतर होगा कि जिन्दगी मे मौजूद तमाम विकल्पों में से किसी भी विकल्प का चुनाव Emotional होकर ना करें बल्कि जिन रास्तो पर चलकर success होने का 100% विश्वास हो उसे ही अपना लक्ष्य बनाए ।