बच्चों के साथ हो रहे इस महायुद्ध में दिनेश पसीना-पसीना हो रहा है उसकी सांस भी टूटने की कगार पर है । काफी देर तक उनके बीच जीत-हार का खेल यूँ ही चलता रहता है और आखिरकार दिनेश को मध्य रेखा पर हाथ रखने में सफलता मिलती है ।
कहानी से शिक्षा | Moral Of This Short Motivational Story In Hindi
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