यार नितिन, जब मिट्ठू को रसगुल्ला बहुत पसंद हैं तो उसे पहले रसगुल्ला खिलाओ, ये तंदूरी, ये दाल-चावल क्यूं खिला रहे हो
अंकल मैं वो सबसे लास्ट में, मजे ले लेकर खाऊंगा
मिट्ठू की प्रेरणादायक कहानी से शिक्षा
- लोमड़ी की कहानी
- आज की बचत कल का सुख कहानी
- दो सहेलियाँ कहानी
- नृत्य पर कहानी
- पेड़ की छोटी कहानी
- पान की दुकान
- चश्मा
- जानवरों की कहानी
- चिड़िया का घोंसला कहानी
- शेर और चूहे की कहानी
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